एसएसपी का बड़ा  एक्शन,मनमानी में डूबे कोतवालों की कुर्सी हिली

लंबे समय से जमे कई कोतवाल बदले अब जनता से बदसलूकी की कीमत चुकानी पड़ेगी, सीबीगंज थाने में अव्यवस्था और शिकायतों का ढेर  इंस्पेक्टर सुरेंद्र पाल सिंह तत्काल हटाए गए, एसएसपी का साफ संदेश थाने सेवा की चौखट हैं, मनमानी करने वालों की खैर नहीं

एसएसपी का बड़ा  एक्शन,मनमानी में डूबे कोतवालों की कुर्सी हिली
HIGHLIGHTS:

→ एसएसपी का बड़ा एक्शन, मनमानी में लिप्त कोतवालों की कुर्सी हिली
→ सीबीगंज इंस्पेक्टर सुरेंद्र पाल सिंह तत्काल हटाए गए
→ लंबे समय से जमे कोतवालों का सबसे बड़ा तबादला
→ जनता की शिकायतों पर जीरो-टॉलरेंस की नीति लागू
→ कई थानों में नई तैनाती, फील्ड पुलिसिंग को प्राथमिकता
→ जन सेवा पर जोर—दुर्व्यवहार और लापरवाही अब नहीं बर्दाश्त
→ विवादों में रहे कोतवालों पर कड़ी निगरानी, अगला एक्शन संभव

जिले में थानों का सबसे बड़ा फेरबदल, शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई सीबीगंज इंस्पेक्टर को हटाकर दिया कड़ा संदेश

जन माध्यम 
बरेली।
जिले में कानून-व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए एसएसपी अनुराग आर्य ने एक ऐसी कार्रवाई की है, जिसने न केवल पुलिस महकमे में हलचल पैदा की है, बल्कि जनता के बीच भरोसे की एक नई लहर भी पैदा कर दी है। लंबे समय से एक ही पद पर जमे थानाध्यक्षों की कुर्सी खिसकाई गई, शिकायतों पर कड़े निर्णय लिए गए और मनमानी, पक्षपात व खराब व्यवहार को लेकर जीरो-टॉलरेंस की नीति को जमीन पर उतारा गया।
एसएसपी द्वारा किए गए इस बड़े फेरबदल को पुलिसिंग के स्तर को बेहतर करने की मजबूत पहल के रूप में देखा जा रहा है। उनका यह संदेश साफ है,थाने जनता की सेवा के लिए हैं, सत्ता-शक्ति दिखाने के लिए नहीं।इस फेरबदल का सबसे चर्चित हिस्सा रहा सीबीगंज थाना प्रभारी निरीक्षक सुरेंद्र पाल सिंह का हटाया जाना।सीबीगंज थाने की कार्यप्रणाली पर लंबे समय से सवाल उठ रहे थे। जनता से शिकायतें, जनप्रतिनिधियों की नाराज़गी, मीडिया से टकराव और थाने में बढ़ती अव्यवस्था इन सभी ने माहौल बिगाड़ रखा था।सीबीगंज थाना कई महीनों से विवादों में था। कई मामलों में वरिष्ठ अधिकारियों को हस्तक्षेप करना पड़ रहा था, जिससे यह साफ हो गया था कि थाने में नेतृत्व की कमी है। ऐसे में एसएसपी ने कठोर रुख अपनाते हुए सुरेंद्र पाल सिंह को तत्काल प्रभाव से हटाकर क्राइम ब्रांच इन्वेस्टिगेशन विंग में भेज दिया। यह निर्णय न केवल फील्ड में व्यवस्था सुधार का संकेत देता है, बल्कि यह भी स्पष्ट करता है कि एसएसपी के लिए जनता की शिकायतें सर्वोपरि हैं।एसएसपी  के आदेश से कई अहम पदों पर नए अधिकारी तैनात किए गए हैं। स्थानांतरण सूची इस प्रकार है निरीक्षक सुरेश चंद्र गौतम, प्रभारी निरीक्षक प्रेमनगर से अब शहर कोतवाल, निरीक्षक अमित कुमार पांडेय  कोतवाली से भोजीपुरा, निरीक्षक प्रवीण कुमार सोलंकी भोजीपुरा से हाफिजगंज, निरीक्षक पवन कुमार हाफिजगंज से बहेड़ी, निरीक्षक संजय तोमर बहेड़ी से मीरगंज, उपनिरीक्षक प्रयागराज सिंह  मीरगंज से प्रेमनगर,
निरीक्षक प्रदीप कुमार चतुर्वेदी  AHT से सीबीगंज थानाध्यक्ष, निरीक्षक सुरेंद्र पाल सिंह  सीबीगंज से क्राइम ब्रांच इन्वेस्टिगेशन विंग, उपनिरीक्षक संतोष कुमार सिंह  कोतवाली से AHT प्रभारी, इस फेरबदल की खास बात यह है कि एसएसपी ने ऐसे थानों को प्राथमिकता से छुआ है, जहाँ पर लंबे समय से तैनात अधिकारी या तो ढर्रे पर चल रहे थे या जनता की शिकायतें बढ़ रही थीं।

थानों में मनमानी नहीं चलेगी एसएसपी अनुराग आर्य का स्पष्ट संदेश, तबादलों के बाद एसएसपी ने साफ शब्दों में कहा कि जनता के साथ दुर्व्यवहार, शिकायतों की अनदेखी, जनप्रतिनिधियों के साथ अभद्रता, थाने को व्यवहारहीन छावनी में बदल देना इनमें से कोई भी चीज़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सीबीगंज थाने में जनता और पुलिस के बीच लंबे समय से दूरी बढ़ रही थी। कई मामलों में पीड़ितों को सुनवाई तक नहीं मिल रही थी और व्यवहार संबंधी शिकायतें उच्च स्तर तक पहुंच चुकी थीं। ऐसे में एसएसपी के इस कदम को जनता हित में बड़ा और आवश्यक कदम माना जा रहा है। कुर्सी बचाने में लगे रहे कई इंस्पेक्टर  लेकिन नियम-कानून की कसौटी पर ही हुआ फैसला दिलचस्प बात यह रही कि जिले के कुछ इंस्पेक्टर अपनी कुर्सी बचाने के प्रयासों में सफल रहे। सूत्रों के अनुसार जिले के दो-तीन इंस्पेक्टर ऐसे थे, जिनके खिलाफ शिकायतें थीं,वरिष्ठ अधिकारी उनके कामकाज से नाराज़ भी थे लेकिन फिर भी वह अपनी तैनाती बचाने में कामयाब रहे। इनमें एक इंस्पेक्टर तो जमीनों और कब्जों के विशेषज्ञ के रूप में चर्चित हैं, जिनकी कार्यशैली पर कई बार सवाल उठ चुके हैं। बताया जा रहा है कि वह अब भी वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में हैं और अगला एक्शन उन पर भी संभव है।
एसएसपी अनुराग आर्य का यह कदम उनके नेतृत्व की एक झलक है। उनकी कार्यशैली की खासियत है शिकायतों पर तुरंत एक्शन, शिकायत हो तो कार्रवाई बिना देर किए यही इस फेरबदल में भी देखा गया। फील्ड पुलिसिंग को प्राथमिकता जो अधिकारी फील्ड में सक्रियता दिखाएंगे, उन्हें ही अहम जिम्मेदारी मिलेगी। जनता-उन्मुख पुलिसिंग पर फोकस थानों में सम्मानजनक व्यवहार और समय से सुनवाई इसे प्राथमिकता दी गई।
भ्रष्टाचार या जमीन-प्रभावित पुलिसिंग पर जीरो टॉलरेंस
हर थाने की गतिविधियों की मॉनिटरिंग खुद कर रहे हैं।
पुराने ढर्रे पर बैठे अधिकारियों को हटाने की नीति लंबे समय से जमे अधिकारियों को बदलना ही बेहतर पुलिसिंग की पहली प्राथमिकता है।

जिले की कानून-व्यवस्था में आएगा सुधार? जनता की उम्मीदें बढ़ीं
एसएसपी अनुराग आर्य के इस बड़े फेरबदल ने पुलिस महकमे के साथ-साथ जनता में भी उम्मीदें जगाई हैं।