मनौना धाम, जैन मंदिर, लीलौर झील और रामनगर किला को टूरिस्ट सर्किट बनाने का प्रस्ताव
आंवला तहसील जो अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता के लिए जानी जाती है, को जिला प्रशासन, पर्यटन विभाग और सरकार द्वारा टूरिस्ट सर्किट के रूप में विकसित करने पर विचार किया जा रहा है। इस क्षेत्र में रामनगर किला, पार्श्वनाथ मंदिर, लीलौर झील और मनौना धाम जैसे प्रमुख स्थल स्थित हैं, जो एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल भी है। महाभारत काल से जुड़ी इस क्षेत्र की गहरी ऐतिहासिक जड़ों के कारण यह लंबे समय से पर्यटकों को आकर्षित करता रहा है। प्रशासन पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए पर्यटन सुविधाओं को बढ़ाने पर काम कर रहा है, जिसमें विश्राम क्षेत्र, हैलीपैड और रेस्टोरेंट जैसी बुनियादी सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। इस क्षेत्र की पर्यटन हब के रूप में संभावनाओं को पहचाना जा रहा है, और सड़क और रेलवे मार्गों के माध्यम से पहुंच में सुधार के प्रयास किए जा रहे हैं।
बरेली। देहात का तहसील का क्षेत्र पर्यटन के क्षेत्र में बहुत समृद्धशाली है।इसी के मद्देनजर शासन व जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग इस क्षेत्र को टूरिस्ट सर्किट बनाने के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है।आंवला तहसील क्षेत्र एतिहासिक महत्व की जगह है। रामनगर जैन धर्म के इष्ट भगवान पार्श्वनाथ की तपोस्थली रहा है,आंवला का रामनगर किला क्षेत्र अंतर्राष्ट्रीय ख्याति की जगह है।बरेली के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि आंवला तहसील क्षेत्र पर्यटन की दृष्टि से समृद्धशाली है।हजारों पर्यटक देश विदेश से यहाँ आते हैं।पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए बहुत कुछ करने की आवश्यकता है।टूरिस्ट सर्किट भी बनाया जा सकता है।इस पर गहन अध्ययन हो रहा है।प्रोजेक्ट तैयार कराया जा रहा है।
महाभारत काल में बरेली का आंवला क्षेत्र पॉचाल राज्य का हिस्सा रहा है।रामनगर में स्थित किला का भी प्राचीन इतिहास है और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के संरक्षण में है।आंवला तहसील में ही महाभारत कालीन लीलौर झील है।
पौराणिक मान्यताओं के यह बही प्राचीन झील है,जहां पर यक्ष ने पांडवों से प्रश्न पूछे थे और प्रश्नों का जबाब न देने पर चारों पांडव बेहोश हो गए तब युधिष्ठिर ने यक्ष के प्रश्नों का उत्तर दिया था।इस झील की चौड़ाई ब गहराई अधिक है।लीलौर झील में प्रवासी पक्षी आते हैं। बरेली के पूर्व जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने लीलौर झील को पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए प्रोजेक्ट तैयार कराया था। इस प्रोजेक्ट में पर्यटकों के ठहरने के लिए हट , हैलीपैड , रेस्टोरेंट का प्रस्ताव बनाया गया था।जो अभी भी फाइलों में है।
विश्व में प्रसिद्ध हो चुका है मनौना धाम

आंवला के समीप में स्थित मनौना गांव विश्व के पटल पर पहुंच गया है।कहा जाता है कि यहाँ पर अनेक मुनियों की मढ़ियां थीं। ककइया ईंट की बनी एक मढ़ी अब भी मौजूद है। इन मुनियों से अपभ्रंश होकर यह ग्राम मनौना कहलाया। इसी मनौना गांव में श्री श्याम बाबा का भव्य व दिव्य मंदिर बनाया जा रहा है। मनौना धाम आस्था का बड़ा केंद्र बन गया।प्रतिदिन हजारों लाखों की संख्या में श्रद्धालु मनौना धाम पर आते हैं और बाबा श्री श्याम जी के दर्शन कर परम पूज्य महंत जी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। मनौना धाम आने पर बाबा श्याम के दर्शन करने,अर्जी लगाने व परम पूज्य महंत जी महाराज के आशीर्वाद देने मात्र से ही भक्तों की कैंसर जैसी असाध्य बीमारियां सही हो रही हैं व सभी प्रकार के कष्ट दूर हो रहे हैं। प्रतिदिन देश विदेश से हजारों लाखों लोगों के आने के कारण सरकारी राजस्व भी बड़ा है।जो सिटी बस बरेली मनौना धाम तक संचालित की जा रही है उसमें सबसे ज्यादा सबारी मनौना धाम की ही होती हैं।
इस मंदिर के कारण क्षेत्र के सैंकड़ों दुकानदार,टैम्पो, ई-रिक्शा,बसों को संचालित करने वाले हजारों लोगों को रोजगार मिला है। कुछ लोग जो उत्तर प्रदेश से बाहर अन्य राज्यों में जाकर मजदूरी कर अपना जीवन यापन करते थे बह यहां रहकर दुकान चलाकर, टैम्पो व ई-रिक्शा चलाकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं।
पर्यटन अधिकारी मनीष सिंह बताते हैं कि पर्यटन की दृष्टि मनौना धाम बहुत ही उपयोगी है।पर्यटन विभाग के मानकों के अनुसार मनौना धाम,जैन मंदिर,लीलौर झील को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा सकता है।जैन मंदिर और गुलड़िया गौरीशंकर मंदिर का प्रस्ताव शासन को गया हुआ है। प्रशासनिक सूत्र बताते हैं कि मंत्री धर्म पाल सिंह के सहयोग से मनौना धाम,जैन मंदिरलीलौर झील और, अहिच्छत्र , रामनगर किला को टूरिस्ट सर्किट बनाने का प्रस्ताव शीघ्र ही पर्यटन मंत्री,जयवीर सिंह के समक्ष रखा जायेगा।सड़क और रेलमार्ग दोनों से आंवला ( टूरिस्ट सर्किट ) पहुंचा जा सकता है। लखनऊ और दिल्ली की कुछ ट्रेनों का ठहराव आंवला रेलवे स्टेशन पर भी है इसके साथ ही लखनऊ और दिल्ली से बरेली के लिए तमाम ट्रेन हैं। बरेली आकर सड़क मार्ग से आंवला पहुंचा जा सकता है।बरेली एन एच 24 पर स्थित है इस लिए यहाँ पर सड़क मार्ग द्वारा आसानी से आया जा सकता है।आगरा की तरफ से आने वाले पर्यटक बदायूं होते हुए आंवला के मनौना धाम पहुँचते हैं।
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